भारत में 10 सबसे अधिक सैलेरी देने वाला इंजिनियरिंग कोर्स। Top 10 High Salary Engineering Course in India 2023

 हेलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे इस नए लेख में आज हम बात करेंगे 10 सबसे अधिक सैलरी देने वाले इंजीनियरिंग कोर्स Top 10 High Salary Engineering Course in India 2023  के बारे में  

यह कोर्स एक साइंस के स्टूडेंट कर सकता है 12th पास होने के बाद अगर दोस्तों आपने इनमें से कोई कोर्स को कंप्लीट कर लिया तो आपकी एक महीने की सैलेरी लाख रुपए के ऊपर होगी क्योंकि अभी मैं आपको जो 10 इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में बताने वाला हूं इन कोर्स में competition कम है और यहां पर सैलरी सबसे ज्यादा है तो आइए जानते हैं कि वह कौन से हाई सैलेरी इंजीनियरिंग कोर्सेज है जिनको एक साइंस का स्टूडेंट करके अपनी लाइफ सेट कर सकता है।


भारत में 10 सबसे अधिक सैलरी देने वाले इंजीनियरिंग कोर्स Top 10 High Salary Engineering Course in India 2023 :—


    1. Robotics Engineering (रोबोटिक्स इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों दुनिया काफी हाईटेक होती जा रही है जिसकी वजह से करियर ऑप्शंस भी हाईटेक होते जा रहे हैं। पहले इंजीनियरिंग मैं बहुत ही कम ऑप्शन है लेकिन आज इंजीनियरिंग में हर प्रकार की इंजीनियरिंग शामिल है और दोस्तों बढ़ती टेक्नोलॉजी के अनुसार ऑटोमेशन एंड रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में काफी अच्छा करियर बनाया जा सकता है। 
    अगर दोस्तों आपको रोबोटिक्स का कोर्स कर लेना है तो उसके लिए आपको 12वीं कक्षा पास होना जरूरी है PCM में और उसके बाद अगर आपने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में BTech या फिर B.E की डिग्री हासिल की है तो दोस्तों आप फ्यूचर में ऑटोमेशन एंड रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल कर सकते हो।जिसके बाद आप इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हो। 
    दोस्तों आज के इस जमाने में रोबोट्स का इस्तेमाल मिलिट्री के लिए एग्रीकल्चर के लिए मेडिकल्स के लिए इंडस्ट्रियल लेबल पर काफी ज्यादा प्रकार में किया जा रहा है तो ऐसे में दोस्तों रोबोटिक्स में काफी ज्यादा स्कोप दिखाई देता है। रोबोटिक्स इंजीनियर का काम रोबोट्स को डिजाइन करना होता है और उस रोबोट को हैंडल करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाने का काम भी रोबोट्स इंजीनियर का ही होता है। अच्छी से अच्छी कंपनी में फ्रेशर के तौर पर रोबोटिक्स इंजीनियर को 25k से 50k तक की सैलरी दी जाती है 2 साल का अनुभव होने के बाद 70k से 90k हो जाती है।

    2. Aerospace Engineering (एरोस्पेस इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों अगर आपको अपनी लाइफ में बहुत ज्यादा पैसा कमाना है और एक प्रोफेशनल जॉब करनी है तो दोस्तों आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में दो प्रमुख शाखाएं हैं— एयरोनॉटिक इंजीनियरिंग और एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंगएयरोस्पेस इंजीनियरिंग में आपको विमान, हेलीकॉप्टर, अंतरिक्ष यान, रॉकेट को बनाना होता है और इनको रिपेयर करना होता है। एयरोस्पेस इंजीनियर को फ्लाइट इंजीनियर भी कहा जाता है।
    आज के समय में अच्छे एयरोस्पेस इंजीनियर की काफी ज्यादा डिमांड है इस सेक्टर में करियर बनाने का काफी अच्छा स्कोप है। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एयरलाइंस, एयर फोर्स, गवर्नमेंट रिसर्च, कॉर्पोरेट रिसर्च, हेलीकॉप्टर कंपनी, एयरक्राफ्ट, रक्षा मंत्रालय, मिसाइल एजेंसी, विमान कंपनियां, अंतरिक्ष यान बनाने वाली कंपनियां इन सारी जगह पर आप अपना करियर सेट कर सकते हो।
    एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का मुख्य काम होता है उनको स्पेसक्राफ्ट, एयरक्राफ्ट, उपग्रह, मिसाइल को डिजाइन करना होता है। उसी के साथ साथ सभी प्रकार के विमानों को कंट्रोल करना भी उनको आना चाहिए। अच्छी से अच्छी कंपनी में एयरोस्पेस इंजीनियर को फ्रेशर के तौर पर 35k से 70k तक की सैलरी मिलती है जैसे उसके पास 2 साल का अनुभव आता है तो उनकी सैलरी 1.5 लाख से 2.5 लाख मिलती है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर  क्लिक करें।  

    3. Civil Engineering (सिविल इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा करने के बाद आप एक सिविल इंजीनियर बन जाते हो सिविल इंजीनियरिंग में आपको घर, सड़क, बांध, नहर, एयरपोर्ट आदि को बनाना होता है। और इनको मेंटेन करने वाले प्रोजेक्ट में भी आपको काम करना होता है। यानी कि अगर कोई इमारत बन रही है तो उस इमारत के लिए एक डिजाइन बनाया जाता है तो उस डिजाइन के आधार पर जो भी मेटेरियल होगा जैसे कि सीमेंट, रेत, सरिया को मंगाना पड़ता है।
    और इसके एक प्रोजेक्ट को पूरा करने का काम सिविल इंजीनियर का होता है जिस तरीके से इमारत का निर्माण किया जाता है उसी तरह से नहर, बांध, सड़क इत्यादि का काम किया जाता है। तो यह सभी काम एक सिविल इंजीनियर का होता है। सिविल इंजीनियर बनने के बाद आप अगर फ्रैशर के तौर पर जाते हैं तो आपको 20k से 25k तक की सैलरी मिलती है जैसे ही आपके पास 2 साल का अनुभव आ जाएगा तो दोस्तों 35k से 45k तक की सैलरी ले सकते हो। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें।  


    4. Computer Science Engineering (कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग आज के दिन में भारत में काफी लोकप्रिय कोर्स है जो भी छात्र इंजीनियरिंग में करियर करना चाहते हैं अत्यधिक B.Sc. कंप्यूटर साइंस सेलेक्ट करते हैं। क्योंकि दोस्तों अभी का जो समय है इस समय में लोग अपने बिजनेस को ऑनलाइन शिफ्ट कर रहे हैं जिसकी वजह से उनको अपनी कंपनी के लिए एप्लीकेशन या फिर सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ जाती है।
    कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने वाले स्टूडेंट्स को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से संबंधित पूरी तरह की जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में अगस्त रेंट सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की पढ़ाई करता है फ्यूचर में आईटी इंडस्ट्री में काम करके आईटी कंपनी के लिए उनका एक professional एप्लीकेशन बनाकर दे सकता है और वही जो दूसरा व्यक्ति होता है कंप्यूटर हार्डवेयर में अगर रूचि दिखाता है तो वह जो स्टूडेंट होता है फ्यूचर में कंप्यूटर, लैपटॉप के हार्डवेयर पार्ट्स को रिपेयर करता है या फिर उनको नए तरीके से डिजाइन करता है।
    सॉफ्टवेयर इंजीनियर और हार्डवेयर इंजीनियर दोनों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है ऐसे में दोस्तों कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में अगर आप कैरियर करते हो तो दोस्तों यह जो करियर ऑप्शंस है वह आपको एक अच्छी खासी सैलरी दे सकता है। एक प्रेशर के तौर पर कंप्यूटर साइंस इंजीनियर से आईटी कंपनी में जॉब भी कर सकता है या फिर अपना खुद का साइड बिजनेस बी ओपन कर सकता है।
    सॉफ्टवेयर डेवलपर को आईटी कंपनी में फ्रेशर की सैलरी 20k से 25k मिलती है जैसे ही उसके पास 2 साल का अनुभव हो जाता है तो उसकी सैलरी 50000 तक कर दी जाती है। और एक हार्डवेयर इंजीनियर को भी उतनी ही सैलरी मिलती है लेकिन दोस्तों हार्डवेयर इंजीनियर अपना खुद का शॉप ओपन करके 100k से भी ज्यादा कमाई 1 महीने में कर सकता है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर  क्लिक करें।  

    5. Electronics and Communication Engineering (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों हमारे आज के जीवन में इलेक्ट्रॉनिक के सारे उपकरण जैसे कि टेलीविजन, रेडियो, कंप्यूटर, मोबाइल इत्यादि सारे के सारे इलेक्ट्रॉनिक और कम्युनिकेशन इंजीनियर के द्वारा बनाए जाते हैं। इलेक्ट्रॉनिक और कम्युनिकेशन इंजीनियर की फील्ड काफी ज्यादा बड़ी है। इस फील्ड में अंदर तक बहुत ही बड़े बड़े उपकरण तक बनाए जाते हैं जैसे कि एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर सेटेलाइट के उपकरणों को डिजाइन करता है और उसे बनाता है, जिससे हमारे टीवी, टेलीफोन और इंटरनेट सर्विस चलती है।
    इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर का कोर्स पूरा करने के बाद आपके सामने जॉब के कई प्रकार के ऑप्शंस निकल कर आते हैं। लेकिन दोस्तों यहां पर अनुभव काफी ज्यादा महत्व करता है एक इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियर को फ्रेशर के तौर पर 25k से 30k की सैलरी मिलती है। अगर दोस्तों आपने इलेक्ट्रॉनिक और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की है तो वह तो आपको दोस्तों फैशन के तौर पर 40k से 50k की सैलरी मिल सकती है और 2 साल के अनुभव के बाद आपकी सैलरी 70k से 100k तक हो जाती है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर  क्लिक करें।  


    6. Electrical Engineering (इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) :—

    इलेक्ट्रिकल इंजीनियर दोस्तों इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आपके सामने बहुत सारे करियर ऑप्शन आ जाते हैं क्योंकि आजकल हर एक जगह पर इलेक्ट्रिसिटी इस्तेमाल किया जाता है, शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जहां पर बिना इलेक्ट्रिसिटी के काम होता होगा। 
    तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के लिए बहुत सारी जॉब उपलब्ध है जहां पर आप अपना मनपसंद जगह पर कार्य कर सकते हो, जैसे कि आप इलेक्ट्रॉनिक्स फील्ड में अपना करियर कर सकते हो, पावर जनरेशन के फील्ड में अपना करियर कर सकते हो, ऑयल एंड गैस इंडस्ट्रीज में साथ ही साथ दो तो आप मरीन इंजीनियर के साथ काम कर सकते हो और दोस्तों मरीन इंजीनियर की सैलरी के अनुसार अगर आप वहां पर काम करोगे आपको 1.5  लाख तक की सैलरी मिल सकती है।
    इसके साथ-साथ आप कंस्ट्रक्शन लाइन में, टेलीकॉम में, रेलवे में, एयरोस्पेस में, आटोमोटिव इंडस्ट्री में और साथ ही साथ मरीन जैसी इंडस्ट्री में आप अपने कार्य सेट कर सकते हो। अगर दोस्तों आप एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन जाते हो और छोटे-मोटे काम करते हो तो आपको फ्रेशर के तौर पर ज्यादा से ज्यादा 35k तक की सैलरी मिलेगी। लेकिन अगर दोस्तों आप किसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में या फिर एयरपोर्ट या फिर किसी बड़ी जगह पर काम पर लगते हो तो वहां पर दोस्तों आप की 1 महीने की सैलरी 1 लाख से 1.5 लाख तक हो सकती है विदेशों में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की काफी ज्यादा डिमांड है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर  क्लिक करें।  


    7. Chemical Engineering (कैमिकल इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों कैमिकल इंजीनियरिंग में आप अपना करियर काफी अच्छी तरीके से बड़ा सकते हो क्योंकि इस सेक्टर में जॉब की कमी नहीं है। कैमिकल इंजीनियरिंग के कोर्स के बाद आपको मैन्युफैक्चरिंग, कैमिकल प्रोसेसिंग, प्रिंटिंग, मिल्क एंड फूड इंडस्ट्री, फर्टिलाइजर, पेस्टिसाइड, ड्रग मैन्युफैक्चरिंग, पैट्रोलियम रिफायनिंग, पेट्रोकेमिकल प्लांट और उसके साथ-साथ सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर के अंदर कैरियर करने का ऑप्शन मिल जाता है। 
    कैमिकल इंजीनियर को प्रयोगशाला जैसे कि सरकारी प्रयोगशाला, उद्योग सोग संघ मतलब रिसर्च एसोसिएशन इंडस्ट्री में काम करने का मौका मिल जाता है। कैमिकल इंजीनियर का काम डिजाइनिंग और मेंटेनेंस तक ही नहीं सीमित होता बल्कि कई परिस्थितियों में उन्हें ही कटिंग और प्रोडक्शन जैसे कार्य करने पड़ते हैं। एक तरफ से ऐसा देखा जाए तो यह क्षेत्र हमारे हुनर की तलाश में रहता है। अगर आप फ्रेशर है तो आपकी सैलरी 20k से 25k होगी और अगर आपके पास 2 साल का अनुभव है तो आपकी सैलरी 40k से 60k तक होती है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर  क्लिक करें।  

    8. Marine Engineering (मरीन इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों मरीन इंजीनियर का काम काफी दिलचस्प होता है और दोस्तों यहां पर आपको अच्छी सैलरी के साथ-साथ एक प्रोफेशनल लाइफ जीने के लिए भी मिल जाती है। मरीन इंजीनियर का काम थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन यहां पर आपको अच्छी सैलरी दी जाती है। मरीन इंजीनियर का काम जहाज की मरम्मत करना और उसकी देखरेख करना होता है। आजकल के आधुनिक जहाज न्यू टेक्नोलॉजी पर काम करते हैं इसके लिए समुद्री इंजीनियर को इस न्यू टेक्नोलॉजी को समझना होता है और उसके साथ-साथ उस इंजीनियर को इन उपकरणों को चलाने और मरम्मत करना भी आना चाहिए। 
    मरीन इंजीनियरिंग के कोर्स के अंदर आपको जहाजों की मरम्मत करना और जो भी नई टेक्नोलॉजी इनबिल्ट है इन आधुनिक जहाजों के अंदर वह सभी टेक्नोलॉजी आपको इस कोर्स के अंदर सिखाई जाती है।
    समुद्री इंजीनियर का काम मालवाहक जहाज, तेल के जहाज, गैस के जहाज पर सबसे ज्यादा होता है अगर आप एक प्रेशर के तौर पर जाते हैं तो आपकी सैलरी 30k से 40k दी जाती है जैसे ही आपके पास 2 साल का अनुभव हो जाता है तो आपकी सैलरी 70k से 80k सैलरी हो जाती है। और यह सैलरी जहाज के आकार पर निर्भर करती है कि आप कितने बड़े जहाज को संभाल रहे हो।

    9. Biotechnology Engineering (बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों बायोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी का एक मिश्रण है अगर दोस्तों कोई स्टूडेंट है जिसने 12वीं कक्षा में PCM के साथ बायोलॉजी का सब्जेक्ट भी लिया है या फिर दोस्तों कोई भी फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी वाला स्टूडेंट यह इंजीनियरिंग का कोर्स कर सकता है। जिस व्यक्ति को मैथमेटिक्स के साथ-साथ बायोलॉजी में भी इंटरेस्ट है वह व्यक्ति दोस्तों बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग बन सकता है।
    दोस्तों बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियर वैक्सीन को बनाता है, बो रिसर्च एंड डेवलपमेंट करता है, मेडिसिन बनाता है, पशुओं के लिए दवाइयां बनाता है, एग्रीकल्चर के अंदर सुधार लाता है, प्रदूषण को कंट्रोल करता है, बीमारी की खोज करता है इस प्रकार की टेक्नोलॉजी को विकसित करने का काम एक बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियर का होता है।
    यहां पर अगर आप फ्रेशर के रूप में जाते हैं तो आपकी सैलरी 25k से 30k तक होती है और अगर आपके पास 2 साल का अनुभव आ जाता है तो आपकी सैलरी 45k से 60k कर दी जाती है। एक बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियर, रिसर्च लैबोरेट्री के अंदर, हेल्थ केयर सेंटर, फार्मासिस्ट कंपनी के अंदर, फूड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के अंदर काम कर सकता है।

    10. Nuclear Engineering (न्यूक्लियर इंजीनियरिंग) :—

    दोस्तों जिस भी इंसान को साइंस और टेक्नोलॉजी में रुचि रहेगा वह इंसान के लिए न्यूक्लियर इंजीनियरिंग बेस्ट करियर ऑप्शन साबित हो सकता है। दोस्तों भारत सरकार के अनुसार आने वाले भविष्य में न्यूक्लियर इंजीनियरिंग की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ने वाली है। दोस्तों आज के समय में हम न्यूक्लियर एनर्जी का कई सारी जगह पर प्रयोग कर रहे हैं, जैसे कि दोस्तों इलेक्ट्रिसिटी बनाने के लिए, न्यूक्लियर वेपंस बनाने के लिए, स्पेस एक्सप्लोरेशन में न्यूक्लियर एनर्जी का काफी बड़ा महत्व होता है। न्यूक्लियर मेडिसिन बनाने के लिए न्यूक्लियर एनर्जी का प्रयोग किया जाता है, साथ ही साथ दोस्तों जो फूड ट्रीटमेंट उपलब्ध है उनमें भी दोस्तों न्यूक्लियर एनर्जी का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है।
    न्यूक्लियर इंजीनियर वह इंसान होता है जो रेडिएशन और न्यूक्लियर एनर्जी की मदद से कोई ऐसा उपकरण बनाए जो लोगों की मदद कर सके और दोस्तों इसको रिसर्च करने का काम इस चीज को डिवेलप करने का काम एक न्यूक्लियर इंजीनियर का होता है। दोस्तों अगर आपको फ्यूचर में कुछ अलग बनना है तो आप न्यूक्लियर इंजीनियर बन सकते हो।
    न्यूक्लियर इंजीनियर बनने के लिए आपको बनने के लिए 12th पास आउट होना जरूरी है और वो भी PCM में अगर आप ने PCM se 12th पास की है तो आप न्यूक्लियर इंजिनियर बन सकते हो और न्यूक्लियर इंजीनियर बनने के बाद आप न्यूक्लियर पावर प्लांट्स के अंदर काम कर सकते हो एजुकेशन सेक्टर के अंदर काम कर सकते हो आप गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन के लिए काम कर सकते हो साथ ही साथ आप प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन के लिए भी काम कर सकते हो न्यूक्लियर इंजीनियर की सैलरी उसकी पोस्ट पर डिपेंड करती है अगर आप फ्रेशर के तौर पर जाते हो तो न्यूक्लियर इंजीनियर को 20k से 25k सैलरी दी जाती है जैसे ही आपके पास 2 साल का अनुभव आएगा तो आपकी सैलरी 60k से 80k कर दी जाती है।

    निष्कर्ष :-

    दोस्तों बहुत ही कम छात्र होते हैं इन सारी फील्ड में अपना करियर करने का सोचते हैं अत्यधिक सभी लोग मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग में जाते हैं जिसकी वजह से वहां पर कंपटीशन ज्यादा होता है फिर बाद में उस स्टूडेंट का जो भाओ होता है वह रद्दी के हिसाब से होता है इसलिए दोस्तों अगर आप इंजीनियर बनना चाहते हो तो कुछ अलग करने का सोचो जहां पर कंपटीशन कम हो और आपके कुछ एक रिस्पेक्ट है दोस्तो इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए मैंने रोबोटिक्स इंजीनियरिंग को अपनी इस लिस्ट में टॉप पर रखा हुआ है।


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