मरीन इंजीनियर कैसे बनें। योग्यता। सैलरी। फीस। पात्रता। स्कोप। Marine Engineer kaise bane in Hindi

 हेलो दोस्तों मैं स्वागत करता हूं आपका मेरे इस नए लेख में तो आज हम बात करेंगे मरीन इंजीनियर के बारे में, अगर आप भी मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको इस लेख में पूरी जानकारी मिली कि मरीन इंजीनियर क्या होता है और मरीन इंजीनियर का काम क्या होता है और मरीन इंजीनियर कैसे बने और मरीन इंजीनियर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए और मरीन इंजीनियर बनने के बाद आप को सैलरी कितनी मिलती है यह सारी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। 





    मरीन इंजीनियरिंग क्या होता है?

    अगर आप मरीन इंजीनियर बनते हैं तो, जो बड़े बड़े जहाज होते हैं उन्हें डिजाइन करना और जहाज के अंदर मशीनरी का कंस्ट्रक्शन करना और जो जहाज समुद्र में चलते हैं उनका मेंटेनेंस करना आदि के लिए मरीन इंजीनियर को रखा जाता है। इससे यह पता चलता है कि जो बड़े-बड़े समुद्री जहाज होते हैं वहां पर मरीन इंजीनियर का ही काम होता है।


    योग्यता (Qualification) क्या होनी चाहिए?

    अगर हम योग्यता की बात करें तो मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए आपके पास बारहवीं कक्षा साइंस स्ट्रीम में फिजिक्स केमिस्ट्री मैथमेटिक्स (PCM) इन तीन सब्जेक्ट के साथ कम से कम 60% अंकों के साथ पास होनी चाहिए।

    और अगर आप मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास दसवीं कक्षा में कम से कम 55% अंकों के साथ पास होना जरूरी है।


    मरीन इंजीनियरिंग कैसे करें?

    अगर आप मरीन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा कम से कम 60% अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम में पास करनी होगी।

    उसके बाद आपको इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।

    उसके बाद आप मरीन इंजीनियरिंग में 4 साल का इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं।


    मरीन इंजीनियर कैसे बनें?

    अगर आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा में पास होना जरूरी है और आपका 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम का होना भी बहुत जरूरी है।

    इस लेख में आपको मरीन इंजीनियर कैसे बने पूरी जानकारी step-by-step बताने का प्रयास किया जाएगा तो चलिए शुरू करते हैं—

    • सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम में 60% अंकों के साथ पास कर लेनी है।
    • उसके बाद आपको इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
    • अगर आप अच्छा कॉलेज पाना चाहते हैं तो आपके एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा रैंक होना चाहिए।
    • उसके बाद आप 4 साल का इंजीनियरिंग कोर्स पूरा करके मरीन इंजीनियर बन जाते हैं।
    • इसके बाद अगर आप मास्टर डिग्री M-tech करना चाहते हैं तो कर सकते हैं।
    • M-tech करने के बाद आपके जॉब के विकल्प और भी बढ़ जाते हैं।


    मरीन इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा ( Entrance Exam) 

    अगर आप मरीन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी अलग-अलग कॉलेज की अपनी अलग-अलग प्रवेश परीक्षा होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं हैं जो ज्यादातर कॉलेज करवाते हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं—

    • JEE Mains
    • JEE Advanced
    • AICET
    • IMU CET
    • MERIEE


    मरीन इंजीनियरिंग करने के लिए आवेदन प्रक्रिया (Admission Process)

    तो दोस्तों अब बात करते हैं आवेदन प्रक्रिया की, दोस्तों बहुत से छात्रों को यह तो पता होता है की उन्हें इंजीनियरिंग करनी है लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें यह नहीं पता होता है कि वह इंजीनियरिंग में एडमिशन कैसे ले और उन्हें यह बात नहीं पता होने का कारण वह इंजीनियरिंग में एडमिशन नहीं ले पाते हैं तो मैं आपको पूरी जानकारी step-by-step बताऊंगा। तो चलिए शुरू करते हैं—

    • सबसे पहले आपके पास बारवीं कक्षा साइंस स्ट्रीम में पास होनी चाहिए।
    • उसके बाद आपके पास एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा रैंक होना चाहिए ताकि आपको एक अच्छा कॉलेज मिल सके।
    • उसके बाद आप जिस भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है उस कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर कर लेना है।
    • रजिस्ट्रेशन करने के बाद आप मरीन इंजीनियरिंग के कोर्स का चयन करें।
    • उसके बाद जो भी जरूरी दस्तावेज, योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फार्म भरें।
    • आवेदन फार्म भरने ने बाद जो भी एडमिशन फीस होगी उसका भुगतान करें।


    कुछ जरूरी दस्तावेज (Important Documents for Admission)

    • 10वीं क्लास की मार्कशीट
    • 12वीं की मार्कशीट
    • स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट
    • आधार कार्ड
    • कास्ट सर्टिफिकेट (यदि सामान्य श्रेणी में नहीं है)

    और विश्वविद्यालय की आवश्यकता के अनुसार अन्य दस्तावेज।



    भारत के टॉप 10 कॉलेज।

    मरीन इंजीनियरिंग में अगर आप डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो आपके लिए भारत के टॉप 10 कॉलेज नीचे दिए गए हैं—

    • IIT Madras
    • International Maritime Institute 
    • IMU Chennai
    • Indian Institute of Maritime Studies
    • IIT Bombay
    • Sri Venkateshwara College of Engineering
    • IMU Mumbai
    • Mohamed Sarthak Engineering College
    • IMU Kolkata
    • Tolani Maritime Institute 


    दुनिया के टॉप 10 कॉलेज।

    अगर आप मरीन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आप मेरी इंजीनियरिंग विदेश में करना चाहते हैं तो यहां पर आपको दुनिया के टॉप 10 कॉलेज दिए गए हैं—

    • Massachusetts Institute of Technology
    • University College London
    • university of Southampton
    • University of Michigan
    • University of Melbourne
    • University of British Columbia
    • Texas A&M University
    • University of Tasmania
    • University of New Orleans
    • University of Washington


    मरीन इंजीनियरिंग कोर्सेज। 


    Diploma
    Diploma in Marine Geomatics
    Diploma in Marine Engineering Technology
    Undergraduate
    BSc Nautical Science
    BSc Marine Science
    BEng(Honors) Marine and Small Craft Technology
    BE Naval Engineering
    BEng Marine Technology
    BEng Marine and Mechanical engineering
    Postgraduate
    MSc Subsea Engineering
    MSc Coastal Engineering
    MSc Marine Engineering
    Master of Ocean Leadership
    MSc Marine Transport Management
    Master of Marine Science and Management
    Master of Ocean Leadership


    मरीन इंजीनियरिंग का सिलेबस।


    सेमेस्टर I सेमेस्टर II
    अंग्रेजी सीमैनशिप, प्राथमिक नेविगेशन और समुद्र में जीवन रक्षा
    गणित – I गणित – II
    बेसिक थर्मोडायनामिक्स एप्लाइड थर्मोडायनामिक्स - I
    बुनियादी इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग सामग्री की ताकत - I
    इंजीनियरिंग मैकेनिक्स - I कंप्यूटर साइंस
    वर्कशॉप टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग मैकेनिक्स- II
    ज्यामितीय ड्राइंग इंजीनियरिंग और मशीन ड्राइंग
    बेसिक इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रयोगशाला एप्लाइड मैकेनिक्स प्रयोगशाला
    वर्कशॉप प्रैक्टिकल - I वर्कशॉप प्रैक्टिकल - II
    कम्युनिकेटिव इंग्लिश लैब कंप्यूटर प्रयोगशाला - I


    सेमेस्टर III सेमेस्टर IV
    कम्प्यूटेशनल गणित समरीन बॉयलर
    एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स एंड पीएलसी
    एप्लाइड थर्मोडायनामिक्स - II मैकेनिक्स ऑफ़ मशीन - II
    सामग्री की ताकत - II विद्युत मशीनें - II
    मशीनों के यांत्रिकी - I द्रव यांत्रिकी
    इलेक्ट्रिकल मशीनें - I समुद्री ताप इंजन और एयर कंडीशनिंग
    मरीन इंजीनियरिंग ड्राइंग एप्लाइड मरीन कंट्रोल एंड ऑटोमेशन
    इलेक्ट्रॉनिक्स प्रयोगशाला ताप और बॉयलर रासायनिक प्रयोगशाला
    ताप और रासायनिक प्रयोगशाला कंप्यूटर माइक्रोप्रोसेसर और पीएलसी प्रयोगशाला
    वर्कशॉप प्रैक्टिकल - III वर्कशॉप प्रैक्टिकल -IV
    नियंत्रण इंजीनियरिंग प्रयोगशाला


    सेमेस्टर V सेमेस्टर VI
    सामग्री विज्ञान जहाज आग की रोकथाम और नियंत्रण
    जहाज संरचना और निर्माण समुद्री आंतरिक दहन इंजन II
    समुद्री आंतरिक दहन इंजन - I समुद्री विद्युत प्रौद्योगिकी
    द्रव यांत्रिकी वसमुद्री सहायक मशीनें - II
    समुद्री सहायक मशीनें - I नौसेना वास्तुकला - II
    नौसेना वास्तुकला - I प्रबंधन विज्ञान और अर्थशास्त्र
    प्राथमिक डिजाइन और ड्राइंग समुद्री भाप इंजीनियरिंग
    सामग्री विज्ञान प्रयोगशाला अग्नि नियंत्रण और जीवन रक्षक उपकरण प्रयोगशाला
    कंपन प्रयोगशाला और द्रव यांत्रिकी प्रयोगशाला समुद्री विद्युत संयंत्र संचालन -II
    मरीन पावर प्लांट ऑपरेशन - I इलेक्ट्रिकल मशीन प्रयोगशाला


    सेमेस्टर VII सेमेस्टर VIII
    जहाज संचालन और प्रबंधन बोर्ड प्रशिक्षण और मूल्यांकन पर
    उन्नत समुद्री नियंत्रण इंजीनियरिंग और स्वचालन यात्रा / प्रशिक्षण रिपोर्ट
    आईएमओ - समुद्री सम्मेलन और वर्गीकरण सोसायटी पर्यावरण और इसकी परियोजना पर परियोजना
    उन्नत समुद्री प्रौद्योगिकी मौखिक परीक्षा
    इंजन रूम मैनेजमेंट
    इलैक्टिव
    समुद्री मशीनरी और सिस्टम डिजाइन
    सिम्युलेटर और सिमुलेशन प्रयोगशाला
    तकनीकी पेपर और प्रोजेक्ट



    मरीन इंजीनियरिंग में फीस कितनी लगती है?

    अगर दोस्तों हम फीस की बात करें तो इंजीनियरिंग में लगने वाली फीस, सरकारी कॉलेज में बहुत कम होती है और प्राइवेट कॉलेज में बहुत ज्यादा होती है तो आज हम आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों ही कॉलेजों में लगने वाली अनुमानित फीस के बारे में बताने का प्रयास करेंगे। 

    अगर आप मरीन इंजीनियरिंग में B.E. या BTech डिग्री करते हैं तो आपकी सरकारी कॉलेज में लगने वाली फीस 25,000 से 1 लाख प्रति सेमेस्टर के बीच हो सकती है। और अगर आप प्राइवेट कॉलेज से B.E. या BTech डिग्री करते हैं तो आपकी फीस 1.60 लाख से 2.30 लाख प्रति सेमेस्टर के बीच हो सकती है।

    इसमें हमने आपको बिल्कुल सही नहीं बताया है क्योंकि हर साल फीस में बदलाव आते रहते हैं और प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो हर एक प्राइवेट कॉलेज की अपनी अलग-अलग फीस सरंचना होती है। इसमें हमने आपको अनुमानित फीस बताई हुई है जिससे आपको एक अनुमान पता चल जाए की फीस कितनी लग सकती है।


    मरीन इंजिनियर को सैलरी कितनी मिलती है?

    दोस्तों अगर हम मरीन इंजीनियर की सैलरी की बात करें तो उसकी सैलरी उसके अनुभव (Experience) पर निर्भर करती है।

    अगर एक मरीन इंजिनियर Fresher के तौर पर जॉब करता हैं तो उसकी सैलरी 50 हज़ार से 60 हज़ार प्रतिमाह के बीच हो सकती है।

    और अगर आपके पास 2 साल का अनुभव है तो आपकी सैलरी 1 लाख से 1.5 लाख प्रतिमाह के करीब हो सकती है।

    और अगर आपके पास 5 साल का अनुभव है तो आपकी सैलरी 2 लाख से 2.5 लाख प्रतिमाह के बीच हो सकती है।

    अगर हम विदेश के बारे में बात करें तो वहां पर मरीन इंजीनियर की काफी ज्यादा डिमांड होने के कारण आपको वहां पर अच्छी खासी सैलरी मिल सकती है।


    मरीन इंजीनियर के लिए शीर्ष कंपनियां।

    अगर आप ने मरीन इंजीनियरिंग कर ली है तो आप के लिए शीर्ष कम्पनीज निचे दी गई हैं -

    • Shipping Corporation of India.
    • Synergy Marine Group
    • Indian Navy tom
    • MSc Cruises
    • Fleet Management Limited
    • SMEC Automation Pvt. Ltd.
    • American Cruise Lines
    • Marintek Design & Engineering Pvt. Ltd.
    • GMMCO LTD
    • GE Shipping Company Limited
    • Carnival Cruise Line TMC Shipping Pvt. Ltd.
    • IT Shipping Private Limited
    • Maersk group


    मरीन इंजीनियरिंग में करियर स्कोप।


    मरीन इंजीनियरिंग डिग्री हासिल करने के बाद आप कई सारी कंपनी में जा सकते हैं वहां पर आपको अच्छा खासा सैलरी पैकेज मिल जाएगा। यहां पर आपको कुछ टॉप रिक्रूटर्स के बारे में नीचे दिया गया है।

    टॉप रिक्रूटर्स :-

    • SMEC Automation
    • cruise lines
    • GE Shipping Company Limited
    • Martinec Design
    • Engineering Private Limited
    • GMMCO Limited
    • Carnival Cruise Line
    • TMC Shipping
    • itt shipping
    • Worley Parsons
    • Inland Waterways Authority of India
    • Global Maritec- Bokaro Steel Limited
    • COASTAL MARINE CONSTRUCTION ENGINEERING LTD


    मरीन इंजीनियर के लिए जरूरी Skills

    अगर आप मरीन इंजीनियर बन जाते हैं तो आपके पास यह महत्वपूर्ण Skills का होना जरूरी है जो नीचे दी गई है—

    • गणित का ज्ञान.
    • इंजीनियरिंग विज्ञान और तकनीक का ज्ञान।
    • मशीनों और उपकरणों का उपयोग, मरम्मत और रखरखाव करने की क्षमता।
    • भौतिक विज्ञान का ज्ञान।
    • डिजाइन कौशल और ज्ञान।
    • सोचने और तर्क करने की क्षमता।
    • संपूर्ण होना और विस्तार पर ध्यान देना।
    • जटिल समस्या सुलझाने के कौशल।

    निष्कर्ष :-

    आज इस लेख में हमने आप सभी को  Marine Engineer क्या होता है और कैसे बने और सैलरी कितनी होती है।  Marine Engineer Kya hota hai kese bane salary kitni milati hai kam kya hota hai kya scope hai  के बारे में बताने का प्रयास किया है, इस लेख में आपको  Marine Engineer क्या होता है और Qualification क्या चहिए और एक  Marine Engineer की सैलरी कितनी होती है। उम्मीद करता हु की आप को मेरा यह लेख पसंद आया होगा इस लेख को अपने दोस्तों और साथियो के साथ जरूर शेयर करें धन्यवाद।


    FAQ :-

    Q. मरीन इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?
    Ans. एक मरीन इंजिनियर Fresher के तौर पर जॉब करता हैं तो उसकी सैलरी 50 हज़ार से 60 हज़ार प्रतिमाह के बीच हो सकती है।

    Q. समुद्री इंजीनियर क्या है?
    Ans. अगर आप मरीन इंजीनियर बनते हैं तो, जो बड़े बड़े जहाज होते हैं उन्हें डिजाइन करना और जहाज के अंदर मशीनरी का कंस्ट्रक्शन करना और जो जहाज समुद्र में चलते हैं उनका मेंटेनेंस करना आदि के लिए मरीन इंजीनियर को रखा जाता है। 

    Q. मरीन इंजीनियर बनने में कितना समय लगता है?
    Ans. आप मरीन इंजीनियरिंग में 4 साल का इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं।

    Q. मरीन इंजीनियरिंग में नौकरी कैसे पाए?
    Ans. मरीन इंजीनियरिंग डिग्री हासिल करने के बाद आप कई सारी कंपनी में जा सकते हैं वहां पर आपको अच्छा खासा सैलरी पैकेज मिल जाएगा।

    Q. 12वीं के बाद मरीन इंजीनियरिंग में एडमिशन कैसे मिल सकता है?
    Ans. आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा कम से कम 60% अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम में पास करनी होगी।  उसके बाद आपको इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।

    और भी देखें :-



    Ceramic Engineer kaise bane in Hindi

    Data Scientist kaise bane in Hindi

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