हेलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे इस नए आर्टिकल में तो आज हम बात करने वाले हैं इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर के बारे में आज हम बात करेंगे इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर कौन होता है? और वह क्या करता है? और हम जानेंगे कि इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग क्या होती है? इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के लिए हमें क्या योग्यता चाहिए? और हम जानेंगे कि इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के लिए भारत के टॉप बेहतरीन कॉलेज कौन-कौन से हैं? और भी बहुत सी जानकारी हम आपको देने का प्रयास करेंगे।
इंस्ट्रूमेंटेशन एक ऐसी फील्ड होती है जो एवर ग्रीन फील्ड होती है यह कैसे भीड़ होती है जो कई सारी चीजों को जोड़कर बनती है। इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग होती है उसमें 2 वर्ड होते हैं इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल अगर इंस्ट्रूमेंटेशन की बात करें तो उसमें भी दो चीजें निकल कर आती हैं पहला मेजरमेंट दूसरा इंस्ट्रूमेंटेशन मेजरमेंट क्या होता है?
इंस्ट्रूमेंटेशन में मेजरमेंट जो हम अपना डाटा प्राप्त करते हैं उसे हम मेजरमेंट कहते हैं मेजरमेंट के लिए डिवाइस का प्रयोग किया जाता है बिना डिवाइस के हम मेजरमेंट नहीं कर सकते। इसके बाद दूसरा हिस्सा आता है इंस्ट्रूमेंटेशन इंस्ट्रूमेंटेशन में होता है कंट्रोल बोर्ड, पंप, मोटर, ऐसी चीजें जो इंस्ट्रूमेंट हो जो डिवाइस हैं उनकी बात करते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के बारे में —
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग क्या होती है ?
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग उन तकनीकी विधियों और तकनीकों का एक विशेष शाखा है जो विभिन्न उपकरणों, मशीनों और प्रक्रियाओं के विकास, निर्माण, और परिचालन में सक्षम होती है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि उपकरण और मशीन संबंधी तकनीक उनके निर्माण और उपयोग के दौरान सही ढंग से काम करते हों।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग विभिन्न विषयों को समायोजित करती है जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग आदि। इसमें इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए सेंसर, ट्रांसड्यूसर, नियंत्रण सिस्टम, डेटा एक्सचेंज, विद्युत परिसंचार, संचार तंत्र इत्यादि शामिल होते हैं।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है जैसे अभियांत्रिकी, उद्योग, नौसेना, अंतरिक्ष, नियंत्रण और अधिगम संबंधी तंत्र इत्यादि।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर क्या करता है ?
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर निर्माण, डिजाइन, और उन्हें संचालित और नियंत्रित करने के लिए आवश्यक तकनीकी उपकरणों जैसे सेंसर, ट्रांसड्यूसर, नियंत्रण सिस्टम, डेटा एक्सचेंज, विद्युत परिसंचार, संचार तंत्र आदि का निर्माण और उनके संचालन को विश्लेषण करते हैं। इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग का काम इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल, कंप्यूटर, तथा केमिकल इंजीनियरिंग के अधिकांश क्षेत्रों से संबंधित होता है। इंस्ट्रुमेंटल इंजीनियर के कार्यों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं :-
- विभिन्न संवेदक, ट्रांसड्यूसर और स्वचालन सिस्टम के निर्माण और डिजाइन करना
- उपकरणों के संचालन के लिए संगणक सॉफ्टवेयर बनाना और इसकी परीक्षा करना
- संगणक नियंत्रण सिस्टम का निर्माण, डिजाइन और विकास करना
- विभिन्न विद्युत परिसंचार तंत्रों का निर्माण, विकास और टेस्टिंग करना
योग्यता क्या होनी चाहिए।
डिप्लोमा करने के लिए :-
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:
- 10वीं या 12वीं की पासिंग सर्टिफिकेट: इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए, उम्मीदवार को 10वीं या 12वीं की पासिंग सर्टिफिकेट होना आवश्यक होता है।
- इंस्ट्रुमेंटेशन या उससे संबंधित शाखा में टेक्निकल सर्टिफिकेट: कुछ कॉलेज टेक्निकल सर्टिफिकेट या उससे संबंधित शाखा में उच्चतर अध्ययन के लिए आवश्यकता हो सकती है।
- मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से डिप्लोमा: उम्मीदवार को एक मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से डिप्लोमा कोर्स करना चाहिए।
डिग्री करने के लिए :-
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में डिग्री करने के लिए निम्नलिखित
योग्यताएं होनी चाहिए:
- 12वीं की पासिंग सर्टिफिकेट: इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में डिग्री कोर्स में प्रवेश के लिए, उम्मीदवार को 12वीं की पासिंग सर्टिफिकेट होना आवश्यक होता है।
- इंस्ट्रुमेंटेशन या उससे संबंधित शाखा में टेक्निकल सर्टिफिकेट: कुछ कॉलेज टेक्निकल सर्टिफिकेट या उससे संबंधित शाखा में उच्चतर अध्ययन के लिए आवश्यकता हो सकती है।
- मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से बीटेक या बीएससी डिग्री: उम्मीदवार को एक मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से बीटेक या बीएससी डिग्री कोर्स करना चाहिए।
यह योग्यताएं अलग-अलग इंस्टीट्यूट द्वारा अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए उम्मीदवारों को इंस्टीट्यूट द्वारा प्रदान की गई योग्यताओं की जाँच करनी चाहिए।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग कैसे करें ?
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
उच्च शिक्षा :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के लिए एक स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री की आवश्यकता होती है। आप अपनी उच्च शिक्षा के दौरान विभिन्न विषयों में अध्ययन कर सकते हैं, जिनमें विद्युत, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार, कंप्यूटर इत्यादि शामिल होते हैं।
अनुभव प्राप्त करें :- अनुभव एक महत्वपूर्ण अंश है इंस्ट्रुमेंटल इंजीनियरिंग की पढ़ाई में। आप एक इंटर्नशिप या प्रशिक्षु के रूप में काम कर सकते हैं या जब आपकी पढ़ाई पूरी होती है तो उद्योग में काम करने का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
प्रैक्टिकल अनुभव :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में बहुत सारे प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस की आवश्यकता होती है। आप विभिन्न प्रैक्टिकल क्लासेज और लैब कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर कैसे बने ?
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर बनने के लिए, सबसे पहले आपको स्नातक इंजीनियरिंग डिग्री या उससे समतुल्य डिप्लोमा प्राप्त करना होगा। यह डिग्री इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और अन्य जैसे शाखाओं में उपलब्ध होती है। आपको इंजीनियरिंग क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों और उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी होनी चाहिए।
अपने इंजीनियरिंग कौशल को विस्तार करने के लिए, आप एक इंटर्नशिप कर सकते हैं। यह आपको इंजीनियरिंग क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करने में मदद करेगा। आप इंजीनियरिंग से संबंधित प्रोफेशनल संगठनों में भी शामिल हो सकते हैं। ये संगठन आपको नवीनतम तकनीकों और उत्पादों के बारे में जानने का मौका देते हैं।
अपने कौशल को बढ़ाने के लिए, आप एक उच्चतर स्तर का इंजीनियर बनने के लिए आप एक मास्टर्स या एक फीडरल या राज्य स्तरीय लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा ( Entrance Exam)
अगर आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी अलग-अलग कॉलेज की अपनी अलग प्रवेश परीक्षा होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं हैं जो ज्यादातर कॉलेज करवाते हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं—
- Joint Entrance Examination (JEE) Main
- Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE)
- Indian Institutes of Technology Joint Entrance Examination (IIT-JEE) Advanced
- Birla Institute of Technology and Science Admission Test (BITSAT)
- Vellore Institute of Technology Engineering Entrance Exam (VITEEE)
- Manipal University Online Entrance Test (MU OET)
- SRM Joint Engineering Entrance Exam (SRMJEEE)
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के लिए आवेदन प्रक्रिया (Admission Process)
तो दोस्तों अब बात करते हैं आवेदन प्रक्रिया की, दोस्तों बहुत से छात्रों को यह तो पता होता है की उन्हें इंजीनियरिंग करनी है लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें यह नहीं पता होता है कि वह इंजीनियरिंग में एडमिशन कैसे ले और उन्हें यह बात नहीं पता होने का कारण वह इंजीनियरिंग में एडमिशन नहीं ले पाते हैं तो मैं आपको पूरी जानकारी step-by-step बताऊंगा। इंस्ट्रुमेंटल इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों पर आधारित होती है। तो चलिए शुरू करते हैं—
- ऑनलाइन आवेदन - आवेदकों को इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा के लिए अधिकृत वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- विवरण भरें - आवेदकों को अपने नाम, पता, जन्म तिथि, शैक्षणिक विवरण और अन्य विवरण भरने की आवश्यकता होगी।
- फीस भुगतान - आवेदकों को परीक्षा शुल्क भुगतान करना होगा। शुल्क की राशि परीक्षा आयोजक द्वारा निर्धारित की जाती है।
- प्रवेश पत्र डाउनलोड करें - प्रवेश पत्र ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं, जिसे आवेदकों को डाउनलोड करना होगा।
- प्रवेश परीक्षा - आवेदकों को प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना होगा। इसमें आवेदकों को विभिन्न विषयों पर प्रश्नों का सामना करना होगा।
- परिणाम - परीक्षा परिणाम अधिकृत वेबसाइट पर घोषित किए जाते हैं। आवेदकों को अपने रोल नंबर और जन्म तिथि के माध्यम से प्राप्त होगा।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करने के लिए जरूरी दस्तावेज।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के लिए आवेदन करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होगी :-
- उम्मीदवार की पासपोर्ट फोटो की प्रति
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट या संचय प्रमाण पत्र (अगर आवेदन करने वाला उम्मीदवार ने पहले से ही एक डिप्लोमा किया है, तो वे भी जमा करने होंगे)
- जन्मतिथि प्रमाण पत्र या कुल जनसंख्या रजिस्टर (Aadhar card)
- आवेदक का छवि के साथ आवेदन पत्र
- कॉलेज द्वारा जारी किए गए संबंधित विषय के प्रमाण पत्र या अनुभव प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
इसके अलावा, अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता भी हो सकती है, जो आवेदन के लिए विशिष्ट कॉलेज या विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित की जाती हैं। इसलिए, आपको अपनी आवेदन प्रक्रिया से संबंधित विवरणों के लिए अपने चयनित कॉलेज या विश्वविद्यालय से संपर्क करना चाहिए।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप बेहतरीन कॉलेज।
अगर आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आप एक अच्छा कॉलेज खोज रहे हैं, तो नीचे भारत के टॉप बेहतरीन कॉलेज दिए गए हैं—
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली (Indian Institute of Technology, Delhi)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे (Indian Institute of Technology, Bombay)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली (National Institute of Technology, Tiruchirappalli)
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दिल्ली (Delhi Technological University, Delhi)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर (Indian Institute of Technology, Kanpur)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सिलचर (National Institute of Technology, Silchar)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास (Indian Institute of Technology, Madras)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रूड़की (National Institute of Technology, Roorkee)
- बीएमएस कॉलेज ऑफ एंजीनियरिंग, बेंगलुरु (BMS College of Engineering, Bengaluru)
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मणिपाल (Manipal Institute of Technology, Manipal)
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग के लिए दुनिया के टॉप 10 कॉलेज।
अगर आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग विदेश में करना चाहते हैं तो यहां पर आपको दुनिया के टॉप 10 कॉलेज दिए गए हैं—
- Massachusetts Institute of Technology (MIT), USA
- California Institute of Technology (Caltech), USA
- Stanford University, USA
- University of Cambridge, UK
- Imperial College London, UK
- ETH Zurich – Swiss Federal Institute of Technology, Switzerland
- National University of Singapore (NUS), Singapore
- University of Oxford, UK
- Georgia Institute of Technology (Georgia Tech), USA
- University of California, Berkeley (UCB), USA
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में कितनी फीस लगती है?
अगर हम फीस की बात करें तो इंजीनियरिंग दो जगह में होती है प्राइवेट कॉलेज और सरकारी कॉलेज। अगर हम सरकारी कॉलेज की बात करें तो सरकारी कॉलेज में लगने वाली फीस बहुत कम होती है प्राइवेट कॉलेज में लगने वाली फीस से।तो अगर आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपकी कोशिश यही रहनी चाहिए की आप सरकारी कॉलेज से इंजीनियरिंग करें ताकि आपकी फीस कम से कम लगे अगर हम इंस्ट्रुमेंटल इंजीनियरिंग में लगने वाली फीस की बात करें तो उसके बारे में आपको नीचे बताया हुआ है।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग फीस
फीस | UG | PG |
---|---|---|
सरकारी कॉलेज | 25 हज़ार से 9 लाख | 18.7 हज़ार से 2.5 लाख |
प्राइवेट कॉलेज | 80 हज़ार से 14.5 लाख | 45 हज़ार से 5 लाख |
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजिनियर को सैलरी कितनी मिलती है?
दोस्तों अगर हम इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर की सैलरी की बात करें तो उसकी सैलरी उसके अनुभव (Experience) पर निर्भर करती है।- अगर एक इंस्ट्रुमेंटेशन इंजिनियर Fresher के तौर पर जॉब करता हैं तो उसकी सैलरी 20 हज़ार से 35 हज़ार प्रतिमाह के बीच हो सकती है।
- और अगर आपके पास 2 साल का अनुभव है तो आपकी सैलरी 40 हज़ार से 60 हज़ार प्रतिमाह के करीब हो सकती है।
- और अगर आपके पास 5 साल का अनुभव है तो आपकी सैलरी 1 लाख से 1.5 लाख प्रतिमाह के बीच हो सकती है।
अगर हम विदेश के बारे में बात करें तो वहां पर इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर की काफी ज्यादा डिमांड होने के कारण आपको वहां पर अच्छी खासी सैलरी मिल सकती है।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर के लिए बेहतरीन करियर विकल्प (Career Options) :-
- Instrumentation Engineer
- Electrical engineer
- Control & Instrumentation Engineer
- Proposal instrumentation engineer
- Draftsman
- Electronics and computer engineer
- Control engineer
- Electronic engineer
- Technical support engineer
- Senior design engineer
- Lecturer
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर जॉब प्रोफाइल।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर जो व्यक्ति इस क्षेत्र में काम करता है, वह उपयोगकर्ताओं के लिए विभिन्न उपकरणों के डिजाइन, विकास, और परीक्षण करता है जो अन्य इंजीनियरों द्वारा डिजाइन किए गए होते हैं। यह संयंत्र और मशीनरी के साथ सामग्री के अधिगम को सुनिश्चित करने के लिए उपकरणों का विकास और परीक्षण करते हैं।इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरों की जिम्मेदारियों में से कुछ निम्नलिखित होती हैं :-
- विभिन्न उपकरणों के डिजाइन और विकास करना
- इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल उपकरणों का चयन करना
- इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल और कंप्यूटर नेटवर्क के साथ संयंत्र व्यवस्थापन करना
- उपकरणों के उपयोग से संबंधित स्वचालित विधियों का विकास करना
- नए उपकरणों की जांच और परीक्षण करना
- उपकरणों के मेंटेनेंस को नियंत्रित करना
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता (Specialization)
अगर आप इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन करना चाहते हैं तो आपके पास उसका विकल्प भी है जिसके बारे में नीचे दिया गया है—- तकनीकी ज्ञान और उत्पाद के लिए समझदारी।
- अच्छी संवेदनशीलता और समस्याओं को हल करने की क्षमता।
- अच्छी तकनीकी रचनात्मकता और नवीनता की भावना।
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स और टीम वर्क क्षमता।
- अच्छी रचनात्मकता और विश्लेषण करने की क्षमता।
- तकनीकी समस्याओं का समाधान करने की क्षमता।
- तकनीकी रूचि और नवीनता की भावना।
- तकनीकी सामग्री, उपकरण और सॉफ्टवेयर की अच्छी समझ।
- अच्छी समझौते और अनुबंध कौशल।
- तकनीकी प्रक्रियाओं की समझ।
इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर के लिए जरूरी स्किल्स (Skills)
एक इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर के रूप में, कई महत्वपूर्ण स्किल्स हैं जो आपके पास होने चाहिए। यहां कुछ सबसे महत्वपूर्ण स्किल्स दिए गए हैं :-
तकनीकी ज्ञान :- एक इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर को तकनीकी ज्ञान का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। इससे उन्हें अपने काम को समझने और समस्याओं को समाधान करने में मदद मिलती है।
लॉजिकल सोच :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में, समस्याओं को हल करने के लिए लॉजिकल सोच का अच्छा होना चाहिए।
टेक्नोलॉजी संचालन :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर को उन इंस्ट्रुमेंट्स को संचालित करने के लिए टेक्नोलॉजी का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
समस्या समाधान कौशल :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर को समस्याओं के समाधान के लिए अच्छी कौशल का होना चाहिए।
टीम वर्किंग कौशल :- इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में, टीम वर्किंग कौशल भी महत्वपूर्ण होते हैं। एक इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर को अच्छे संवाद कौशल और सहयोग का ज्ञान होना चाहिए।
निष्कर्ष :-
आज इस लेख में हमने आप सभी को Instrumentation Engineer क्या होता है और कैसे बने और सैलरी कितनी होती है। Instrumentation Engineer Kya hota hai kese bane salary kitni milati hai kam kya hota hai kya scope hai के बारे में बताने का प्रयास किया है, इस लेख में आपको Instrumentation Engineer क्या होता है और Qualification क्या चहिए और एक Instrumentation Engineer की सैलरी कितनी होती है। उम्मीद करता हु की आप को मेरा यह लेख पसंद आया होगा इस लेख को अपने दोस्तों और साथियो के साथ जरूर शेयर करें धन्यवाद।
FAQ :-
Q. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर बनने के लिए क्या करना पड़ता है?
Ans. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर बनने के लिए उच्च शिक्षा योग्यता, तकनीकी कौशल और व्यवसायिक अनुभव की आवश्यकता होती है।
Q. इंजीनियर बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है?
Ans. इंजीनियर बनने के लिए अक्सर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (JEE) या अन्य राज्य-स्तरीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देनी होती है।
Q. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर क्या करता है?
Ans. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर नियंत्रण और मापन के उपकरणों का विकास, उनके संचालन और निरीक्षण करता है।
Q. क्या इंस्ट्रूमेंटेशन एक अच्छा कोर्स है?
Ans. हाँ, इंस्ट्रूमेंटेशन एक उच्च वेतन और उभरता शाखा है, जो विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान करती है।
Q. कौन सा बेहतर इंस्ट्रूमेंटेशन या मैकेनिकल है?
Ans. दोनों शाखाओं में करियर के अवसर होते हैं। यह व्यक्तिगत पसंद और क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है।
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