माइनिंग इंजीनियर कैसे बनें। योग्यता। सैलरी। फीस। पात्रता। स्कोप। Mining Engineer kaise bane in Hindi

हेलो दोस्तों स्वागत है  आप सभी का  मेरे इस नए आर्टिकल में तो आज हम बात करने बाले हैं  माइनिंग इंजीनियर के बारे में आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि माइनिंग इंजीनियरिंग क्या होती है और क्यों हम माइनिंग इंजीनियरिंग को चुनें और इसका क्या महत्व है हमारे जीवन में और भी बहुत सी बातें जैसे माइनिंग इंजीनियरिंग में डिग्री करने के लिए कितनी फीस लगती है और अगर आप माइनिंग इंजीनियर बन जाते हैं तो आप की सैलरी कितनी होती है इत्यादि जैसे बहुत से विषय पर आज हम इस आर्टिकल में बात करने बाले हैं। 


आज हम बात करेंगे माइनिंग इंजीनियरिंग के बारे में क्योंकि माइनिंग इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग के फील्ड में बहुत पुराने समय से है।  जो ऐसी टेक्नोलॉजी और टेनिक्स से डील करती है जो पृथ्वी पर मौजूद मिनरल्स को पहचानने और एक्सट्रेक्ट करने के काम आती है।  इससे हमरे देश की इकॉनमी पर भी बहुत असर पड़ता है और एक माइनिंग इंजीनियर का काम पृथ्वी से मिनरल्स एक्सट्रेक्ट करना तो होता है साथ ही माईनस की डेवलपमेंट प्रोसेस को सुनिश्चित करना भी माइनिंग इंजीनियर का काम होता है।  इस दौरान इन्हे सुरक्षा प्रमुख का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है।  

भारत में माइनिंग और जियोलाजिकल इंजीनियरों की नौकरियों में बढ़ोतरी देखी गई है जो की बहुत की महत्ब्पूर्ण बात है इसका मतलब यह है आने बाले समय में माइनिंग इंजीनियरिंग एक अच्छा करियर बिकल्प बन सकता है।  ऐसे में अगर आप भी माइनिंग इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आज यह आर्टिकल आप के लिए है तो चलिए माइनिंग इंजीनियर के बारे में बिस्तार से जानते है -


    माइनिंग इंजीनियरिंग क्या होती है ?

    माइनिंग इंजीनियरिंग खनन उद्योग में इंजीनियरिंग के अंतर्गत आती है। यह उद्योग खनिज संसाधनों के अधिग्रहण, विकास, प्रबंधन और प्रोसेसिंग के साथ-साथ खनिज संबंधी जीवनकारी से संबंधित सभी पहलुओं को समाविष्ट करता है।

    माइनिंग इंजीनियरिंग के अंतर्गत शामिल कार्य शामिल होते हैं: खनिज संबंधी स्थलों के परीक्षण, भूमि विश्लेषण, संचार और परिवहन, खनिज संबंधी उपकरणों और मशीनरी की निर्माण, उपकरणों और प्रक्रियाओं के अधिकृत निरीक्षण, खनिज संबंधी स्थलों के प्रबंधन, खनिज संबंधी सुरक्षा नियमों के पालन और उपयुक्त विधियों के अनुसरण।

    माइनिंग इंजीनियर को खनिज संबंधी तकनीकों, विधियों और नियमों के साथ-साथ कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर और अन्य तकनीकों का भी ज्ञान होना आवश्यक होता है।


    माइनिंग  इंजीनियरिंग को क्यों चुनें?

    माइनिंग इंजीनियरिंग उन लोगों के लिए एक शानदार करियर ऑप्शन हो सकती है, जो खनिज संसाधनों के उत्पादन, प्रबंधन और संग्रहण में रुचि रखते हैं। कुछ कारण निम्नलिखित हैं, जो आपको माइनिंग इंजीनियरिंग को चुनने के लिए प्रेरित कर सकते हैं:-

    1. उचित सैलरी: माइनिंग इंजीनियरिंग एक उचित सैलरी और भरपूर आवास और अन्य लाभ प्रदान करती है।
    2. कैरियर की विस्तार: माइनिंग इंजीनियरिंग के कई क्षेत्र हैं, जैसे कि खनन के लिए खनिज संसाधनों के उत्पादन और प्रबंधन, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियोमेकेनिकल इंजीनियरिंग आदि जो एक व्यक्ति को अपनी रूचि और कौशल के अनुसार करियर विकसित करने की अनुमति देते हैं।
    3. उन्नत तकनीक: माइनिंग इंजीनियरिंग एक उन्नत तकनीकी फील्ड है जिसमें नई तकनीक विकसित की जाती है और खनिज संसाधनों के उत्पादन को सुगम और अधिक उत्पादक बनाने के लिए अनुसंधान और विकास की जाती है।


    माइनिंग इंजीनियर के महत्त्व। (Importance) 

    माइनिंग इंजीनियर के बहुत महत्वपूर्ण रोल होते हैं। कुछ महत्त्वपूर्ण कारण निम्नलिखित हैं:-

    खनिज संसाधनों का संरक्षण: माइनिंग इंजीनियर खनिज संसाधनों की खोज और विकास के लिए जिम्मेदार होते हैं। उन्हें खनिज संसाधनों को संरक्षित रखने और उनका उपयोग सतत रखने के लिए उनकी जांच और प्रबंधन करना पड़ता है।

    सुरक्षा: माइनिंग इंजीनियरों को खनिज संबंधी कामों के लिए सुरक्षा नियमों के अनुसार काम करना पड़ता है। उन्हें सुनिश्चित करना पड़ता है कि उनके कर्मचारी सुरक्षित हैं और किसी भी घातक हादसे से बचाएं।

    उत्पादकता और लाभ: माइनिंग इंजीनियर के विकास एवं उत्पादकता के माध्यम से इस उद्योग की लाभांश को बढ़ाया जाता है। वे उत्पादकता को बढ़ाने और लागतों को कम करने के लिए नए तकनीकों और तत्वों का विकास करते हैं।

    सामाजिक उपयोगिता: माइनिंग इंजीनियरों का काम समाज के लिए भी महत्त्वपूर्ण होता है।


    माइनिंग इंजीनियरिंग करने के लाभ।

    माइनिंग इंजीनियरिंग करने के कुछ महत्वपूर्ण लाभ हैं:-

    • कैरियर विकास: माइनिंग इंजीनियरिंग एक बहुत ही व्यापक क्षेत्र है जो आपको करियर में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न अवसर प्रदान करता है।
    • वेतन: माइनिंग इंजीनियरों को अच्छा वेतन प्राप्त होता है। आपकी जॉब के स्तर और अनुभव के आधार पर आपको सालाना लाखों रुपये की वेतन प्राप्त हो सकती है।
    • उच्च स्तर की तकनीकी ज्ञान: माइनिंग इंजीनियरिंग में काम करने से आपको उच्च स्तर की तकनीकी ज्ञान प्राप्त होता है जो आपको विभिन्न अन्य क्षेत्रों में भी उपयोगी होता है।
    • संगठित काम: माइनिंग इंजीनियरों की जॉब में संगठित काम करने की आवश्यकता होती है जो उन्हें उनके काम को सही ढंग से पूरा करने में मदद करती है।
    • आधुनिक तकनीक: माइनिंग इंजीनियरिंग एक तकनीकी क्षेत्र है जो नवीनतम और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करता हुआ विभिन्न कामों को पूरा करता है।


    माइनिंग  इंजीनियरिंग करने के लिए योग्यता। (Qualification)

    माइनिंग  इंजीनियरिंग में diploma करने के लिए योग्यता। 

    माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम दो साल का होता है और इसमें विभिन्न विषयों के अध्ययन शामिल होते हैं। यहां कुछ सामान्य चरण दिए गए हैं जो आपको माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवश्यक हो सकते हैं:-

    • माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए, आपको दसवीं कक्षा की पास आउट की आवश्यकता होती है।
    • आपको एक मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय से अपनी दसवीं उत्तीर्णता प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है।
    • उम्मीदवार को उन विश्वविद्यालयों और संस्थाओं में प्रवेश के लिए आवेदन करना होगा जो माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
    • सभी आवेदकों को लिखित परीक्षा देना होगा और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।
    • आवेदकों के चयन के आधार पर उन्हें एक प्रशिक्षण संस्था में दाखिला मिलेगा जहां वे माइनिंग इंजीनियरिंग के संबंधित विषयों पर अध्ययन कर सकें।  


    माइनिंग  इंजीनियरिंग में  डिग्री  करने के लिए योग्यता। 

    माइनिंग इंजीनियरिंग में डिग्री (B.Tech/B.E) के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होना आवश्यक होता है:-

    • 10+2 पास होना आवश्यक होता है जिसमें विज्ञान (Physics, Chemistry, Maths) सब्जेक्ट्स होने चाहिए।
    • एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जैसे JEE Main, JEE Advanced, WBJEE, KEAM, etc. इन एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को उच्च शिक्षा संस्थानों में चयन किया जाता है।
    • कुछ संस्थानों में निजी परीक्षा भी होती है जो छात्रों को उच्च शिक्षा संस्थानों में चयन के लिए योग्यता प्रदान करती है।
    • इसके अलावा, माइनिंग इंजीनियरिंग में डिग्री करने के लिए छात्र को मैथमेटिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री और अन्य अध्ययन संबंधी विषयों में सक्षम होना आवश्यक होता है।


    माइनिंग  इंजीनियर कैसे बनें ?

    अगर आप एक माइनिंग इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि आपको माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए क्या जरूरी है और क्या जरूरी नहीं है बहुत सी ऐसी बातें हैं जो आप को जानना जरूरी है कि माइनिंग इंजीनियर कैसे बने तो इस विषय में मैं आपको बताऊंगा की माइनिंग माइनिंग कैसे बने। 

    माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए आपके पास दो विकल्प होते हैं पहला विकल्प यह है कि आप दसवीं कक्षा के बाद माइनिंग इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं और दूसरा भी कर दिया है क्या 12वीं कक्षा करने के बाद माइनिंग इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं।

    10बीं के बाद कैसे बनें —

    • सबसे पहले आपको दसवीं कक्षा 50% अंकों के साथ पास कर लेनी है।
    • उसके बाद आपको कॉलेज के द्वारा निकाला गया प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) देना है।
    • प्रवेश परीक्षा में आपका अच्छा रैंक होना चाहिए तभी आप एक अच्छा कॉलेज हासिल कर सकते हैं।
    • उसके बाद 3 साल का डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद आप डिग्री कॉलेज में एडमिशन के लिए योग्य हो जाते हैं।
    • 3 साल का डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आपका डिग्री कोर्स भी 3 साल का हो जाता है।
    • डिग्री कोर्स को पूरा करने के बाद आप एक माइनिंग इंजीनियर बन जाते हैं।
    • अब अगर आप इसमें MTech करना चाहते हैं तो वह भी कर सकते हैं MTech करने के बाद आपके जॉब के करियर के विकल्प और भी बढ़ जाते हैं।


    12बीं के बाद कैसे बनें —

    • सबसे पहले अपने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम में कम से कम 55% अंकों के साथ पास कर लेनी है।
    • आपके साइंस टीम में फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स (PCM) यह तीन सब्जेक्ट होनी चाहिए।
    • उसके बाद आपको कॉलेज के द्वारा प्रमाणित किया गया एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
    • आपका एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा रैंक आना चाहिए ताकि आप एक अच्छा कॉलेज पा सके।
    • उसके बाद 4 साल का डिग्री कोर्स पूरा करने के बाद आप एक माइनिंग इंजीनियर बन जाते हैं।
    • उसके बाद अगर आप MTech करना चाहते हैं तो कर सकते हैं अगर आप MTech करते हैं तो आपकी जॉब के करियर के विकल्प और भी बढ़ जाते हैं।

    माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा ( Entrance Exam) 

    अगर आप माइनिंग इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आपको माइनिंग इंजीनियरिंग करने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी अलग-अलग कॉलेज की अपनी अलग प्रवेश परीक्षा होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं हैं जो ज्यादातर कॉलेज करवाते हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं—

    • JEE Main
    • JEE Advanced
    • MHT CET
    • OJEE
    • BCECE
    • Assam CEE
    • UPSEE
    • KEAM
    • KCET
    • VITEEE

    यहाँ यह ध्यान देना आवश्यक है कि प्रवेश परीक्षाएं विभिन्न राज्यों और कॉलेजों द्वारा संचालित की जाती हैं। उम्मीदवारों को अपने इच्छित पाठ्यक्रम और इंजीनियरिंग कॉलेज की आधार पर अनुसार उचित प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहिए।


    माइनिंग इंजीनियरिंग करने के लिए आवेदन प्रक्रिया (Admission Process) 

    माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित तरीकों से होती है:-

    • विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें।
    • ऑनलाइन आवेदन के लिए पंजीकरण करें और जानकारी भरें, जैसे छात्र का नाम, पता, शैक्षणिक योग्यता, आदि।
    • आवेदन फीस जमा करें, जो विश्वविद्यालय के नियमों और शर्तों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
    • आवेदन पत्र को समय पर जमा करें और उसकी कॉपी सुरक्षित रखें।
    • विश्वविद्यालय की ओर से आवेदन के बाद, एक प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
    • प्रवेश परीक्षा के आधार पर, चयन सूची जारी की जाती है और योग्य छात्रों को पाठ्यक्रम में भर्ती किया जाता है।
    • चयनित छात्रों को निर्देश दिए जाते हैं कि वे निश्चित समय अंतराल में आवेदन और फीस जमा करें।

    इसके अलावा, कुछ विश्वविद्यालयों में आपको लिखित परीक्षा के बजाय एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर भी भर्ती करा सकते हैं।  


    माइनिंग इंजीनियरिंग करने के लिए जरूरी दस्तावेज़।

    माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होते हैं:-

    • उम्मीदवार की 10 वीं और 12 वीं की मार्कशीट
    • उम्मीदवार की जन्मतिथि प्रमाणित करने वाला दस्तावेज जैसे जन्मतिथि प्रमाण पत्र या एडमिट कार्ड
    • उम्मीदवार का पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
    • यदि आवेदक अनुसूचित जाति / जनजाति / अति पिछड़ा वर्ग (SC/ST/OBC-NCL) से हैं, तो आवेदक को उसकी जाति प्रमाणित करने वाला दस्तावेज जमा करना होगा।
    • आवेदन शुल्क का प्रत्येक आवेदक द्वारा जमा किया गया प्रमाणपत्र
    • उम्मीदवार के लिए वैध प्रवेश परीक्षा प्रमाणपत्र
    • चयन प्रक्रिया के दौरान उपलब्ध होने पर सलाह दिया जाता है कि उम्मीदवार अपनी शैक्षणिक प्रतिभा, कार्य अनुभव, और अन्य संबंधित विवरणों को दर्शाने के लिए संबंधित दस्तावेज जमा करें।

    इसके अलावा, अन्य दस्तावेज या सूचना जो विशिष्ट प्रवेश परीक्षा या कॉलेज की मांग के अनुसार हो सकती है। 


    माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप 10 बेहतरीन कॉलेज। 

    अगर आप माइनिंग इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आप एक अच्छा कॉलेज खोज रहे हैं, तो भारत में माइनिंग इंजीनियरिंग के कई अच्छे कॉलेज हैं। नीचे भारत के टॉप 10 बेहतरीन कॉलेज दिए गए हैं— 

    • Indian School of Mines University, Dhanbad
    • National Institute of Technology, Rourkela
    • Indian Institute of Technology, Kharagpur
    • Birla Institute of Technology and Science, Pilani
    • Indian Institute of Technology, Varanasi
    • National Institute of Technology, Karnataka
    • Indian Institute of Technology, Delhi
    • National Institute of Technology, Tiruchirappalli
    • College of Engineering, Anna University, Chennai
    • Indian Institute of Technology, Bombay



    माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए दुनिया  के टॉप 10 बेहतरीन कॉलेज। 

    अगर आप माइनिंग इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आप विदेश में एक अच्छा कॉलेज खोज रहे हैं, तो  नीचे माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए निम्नलिखित कॉलेजों को शामिल किया गया है। ये कॉलेज विश्वसनीय और उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थान हैं।
    • Colorado School of Mines (USA)
    • Curtin University (Australia)
    • University of Western Australia (Australia)
    • Technical University of Munich (Germany)
    • University of British Columbia (Canada)
    • Colorado State University (USA)
    • University of Pretoria (South Africa)
    • Pontifical Catholic University of Chile (Chile)
    • Pennsylvania State University (USA)
    • University of São Paulo (Brazil)



    माइनिंग इंजीनियरिंग की डिग्री का सिलेबस। 

    माइनिंग इंजीनियरिंग की डिग्री के सिलेबस में निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:
    • इंजीनियरिंग मेकेनिक्स
    • बाइमेकेनिकल इंजीनियरिंग
    • एक्सप्लोरेशन जियोलॉजी
    • माइनिंग मशीनरी इंजीनियरिंग
    • माइन डिजाइन
    • माइनिंग साइट विकास और संचालन
    • उत्पादन इंजीनियरिंग
    • माइन फाइनांस और विपणन
    • माइनिंग सुरक्षा और स्थायित्व
    • सामाजिक और वातावरणीय उत्पादन
    • खनन इंजीनियरिंग में कंप्यूटर एप्लीकेशन्स
    • खनिज प्रसंस्करण और उपयोग
    इसके अलावा, इस सिलेबस में लेक्चर, सेमिनार, प्रैक्टिकल, लेब वर्क और प्रोजेक्ट भी शामिल होते हैं जो छात्रों को विभिन्न माइनिंग संबंधित विषयों पर विस्तृत ज्ञान प्रदान करते हैं।


    माइनिंग इंजीनियरिंग में फीस कितनी लगती है?

    माइनिंग इंजीनियरिंग की फीस विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भिन्न हो सकती है। 

    भारत में, सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है जबकि निजी कॉलेजों में फीस ज्यादा होती है। आमतौर पर, बीटेक माइनिंग इंजीनियरिंग की सालाना फीस 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक हो सकती है। हालांकि, यह फीस विश्वविद्यालय और कॉलेज के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।

    विदेश में माइनिंग इंजीनियरिंग की फीस का भारत से बहुत अधिक अंतर होता है। फीस के बारे में जानकारी के लिए आपको विभिन्न देशों के विभिन्न कॉलेजों की वेबसाइट पर जाना होगा। हालांकि, कुल मिलाकर विदेश में माइनिंग इंजीनियरिंग की फीस आमतौर पर एक साल के लिए $20,000 से $50,000 तक होती है।



    माइनिंग इंजिनियर को सैलरी कितनी मिलती है?

    माइनिंग इंजीनियरों को सैलरी देने के लिए कई कारक जैसे कि क्षेत्र, नौकरी का प्रकार, अनुभव, कॉम्पनी का आकार आदि को ध्यान में रखा जाता है।

    भारत में, एक नौकरी करने वाले माइनिंग इंजीनियर को सालाना 5  लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक की सैलरी मिल सकती है। इसके अलावा, यदि आप बड़ी उद्योग कंपनियों में नौकरी करते हैं तो आपको अधिक सैलरी भी मिल सकती है।

    विदेश में, एक माइनिंग इंजीनियर को सालाना 60,000 डॉलर से लेकर 200,000 डॉलर तक की सैलरी मिल सकती है। यह भी क्षेत्र, कंपनी और अनुभव के आधार पर भिन्न हो सकता है।

    संक्षेप में, माइनिंग इंजीनियरों को भारत और विदेश दोनों में अच्छी सैलरी मिलती है, लेकिन यह अपनी क्षमता, नौकरी के प्रकार, और अनुभव के आधार पर भिन्न होती है।


    माइनिंग इंजीनियर के लिए टॉप रिक्रूटर्स। 

    अगर आपने माइनिंग इंजीनियरिंग कर ली है तो आपके लिए टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है—

    • Coal India Limited (CIL)
    • Vedanta Resources
    • Tata Steel
    • National Mineral Development Corporation (NMDC)
    • Hindustan Zinc Limited (HZL)
    • Adani Group
    • Larsen & Toubro (L&T)
    • JSW Steel
    • Bharat Aluminium Company (BALCO)
    • Reliance Power 


    माइनिंग  इंजीनियर के लिए जरूरी Skills 

    तकनीकी ज्ञान: माइनिंग इंजीनियर को विभिन्न तकनीकी प्रक्रियाओं का ज्ञान होना चाहिए, जिसमें शामिल होते हैं - भूमि गणना, ड्रिलिंग तकनीक, उत्पादन प्रक्रिया, इंजीनियरिंग डिजाइन और अन्य। 

    समस्या हल करने की क्षमता: माइनिंग इंजीनियर को अन्य स्किल्स के साथ-साथ समस्याओं को हल करने की क्षमता भी होनी चाहिए।

    टीम वर्किंग क्षमता: उन्हें अन्य टीम मेंबर्स के साथ काम करने की क्षमता होनी चाहिए ताकि उन्हें टीम के साथ मिलकर अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें।

    नैटवर्किंग कौशल: माइनिंग इंजीनियर को उच्च स्तर पर नेटवर्किंग कौशल रखना चाहिए, ताकि उन्हें उच्च स्तर के लोगों से संपर्क करने में मदद मिल सके।

    लीडरशिप कौशल: माइनिंग इंजीनियर को लीडरशिप कौशल होना चाहिए, जिससे वह टीम के साथ सही तरीके से काम कर सकता है।

    तत्परता: खनन उद्योग में काम करना मुश्किल हो सकता है। माइनिंग इंजीनियर को दिन-रात काम करने और अपार धैर्य और तत्परता रखने की आवश्यकता होती है।

    लिखित और मौखिक कम्यूनिकेशन: उन्हें सुविधाजनक तरीके से लिखित और मौखिक रूप से कम्युनिकेट करना चाहिए।

    बिजनेस नौसीना: उन्हें बिजनेस प्रक्रिया, खर्चों और लाभ के साथ संबंधित बुनियादी ज्ञान होना चाहिए।

    कला और विज्ञान: माइनिंग इंजीनियर को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि कला और विज्ञान दोनों कितना महत्वपूर्ण होते हैं। वे अच्छी तरह से जानते हैं कि कैसे खनिजों को निकाला जाता है।  



    माइनिंग  इंजीनियर क्या करता है ?

    माइनिंग इंजीनियर खनन और खनिजों से संबंधित अभियांत्रिकी फील्ड में काम करते हैं। ये विभिन्न तकनीकों का उपयोग करते हुए खनिज संसाधनों के उत्खनन, पारंगत विधियों का विकास, खनिज उत्पादों की उत्पादन और विपणन, और उत्खनन संबंधी पर्यावरणीय विवेचना आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    ये इंजीनियर उत्खनन स्थलों के लिए निर्माण योजनाओं, उत्खनन उपकरणों के चयन, स्थापत्य निर्माण, उपकरण और मशीनरी का चयन और उनकी समीक्षा करते हैं। इसके अलावा, वे भूमिगत ज्ञान, खनिज उत्पादों का विकास, खनिज संसाधन विधियों का विकास, वातावरण संरक्षण, और सुरक्षा के मामलों की जांच करते हैं।

    माइनिंग इंजीनियर खनिज उत्पादों के बाजारों, उत्पादकता और संबंधित क्षेत्रों में बदलती तकनीक की नई रूपरेखा की तलाश में रहते हैं।


    माइनिंग  इंजीनियर कहां  काम करते हैं ?

    माइनिंग इंजीनियर दुनियाभर में खनन उद्योग में काम करते हैं। वे उत्खनन संबंधी काम के लिए खनिज संसाधनों के अंतर्गत कई स्थानों पर काम कर सकते हैं, जैसे कि:-

    • खन शान्ति क्षेत्र: जहां उत्खनन उद्योग होता है और खनिज संसाधनों को उत्खनित किया जाता है।
    • खनिज विकास क्षेत्र: जहां खनिज संसाधनों को खनित करने के लिए नए खनन क्षेत्र विकसित किए जाते हैं।
    • रिसर्च एवं डेवलपमेंट संस्थान: जहां खनिज संबंधी तकनीकों के विकास और उनके अध्ययन के लिए काम किया जाता है।
    • विपणन एवं विक्रय क्षेत्र: जहां खनिज उत्पादों के विपणन और विक्रय के लिए काम किया जाता है।
    • सरकारी संगठन: जैसे कि खनिज विभाग, भूवैज्ञानिक संस्थान आदि जहां खनिज संबंधी नीति निर्धारण, नई तकनीकों के विकास और खनिज संसाधनों के पर्यावरणीय प्रबंधन के लिए काम किया जाता है।
    • माइनिंग इंजीनियर खनन उद्योग में विभिन्न पदों पर काम कर सकते हैं।  


    माइनिंग इंजीनियर के लिए जॉब प्रोफाइल? 

    अगर आपने माइनिंग इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी कर ली है तो आपको विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं।

    • माइनिंग इंजीनियर
    • तकनीकी सलाहकार (Mining Technical Consultant)
    • खनन अधिकारी (Mining Officer)
    • खनिज संसाधन निदेशक (Mineral Resource Director)
    • माइन डेवलपमेंट मैनेजर (Mine Development Manager)
    • खनन अभियंता (Mining Engineer)
    • उप-खनिज निदेशक (Deputy Mineral Director)
    • खनिज संगठन अधिकारी (Mineral Organization Officer)
    • खनिज विज्ञानज्ञ (Mining Geologist)
    • खनिज शासन अधिकारी (Mineral Administration Officer)


    निष्कर्ष :-

    आज इस लेख में हमने आप सभी को  Mining Engineer क्या होता है और कैसे बने और सैलरी कितनी होती है।  Mining Engineer Kya hota hai kese bane salary kitni milati hai kam kya hota hai kya scope hai  के बारे में बताने का प्रयास किया है, इस लेख में आपको  Mining Engineer क्या होता है और Qualification क्या चहिए और एक  Mining Engineer की सैलरी कितनी होती है। उम्मीद करता हु की आप को मेरा यह लेख पसंद आया होगा इस लेख को अपने दोस्तों और साथियो के साथ जरूर शेयर करें धन्यवाद।


    FAQ :-

    Q. माइनिंग इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?

    Ans. भारत में, एक नौकरी करने वाले माइनिंग इंजीनियर को सालाना 5  लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक की सैलरी मिल सकती है। 


    Q. क्या मैकेनिकल इंजीनियर माइनिंग इंजीनियर बन सकता है? 

    Ans. हाँ, मैकेनिकल इंजीनियर माइनिंग क्षेत्र में काम कर सकते हैं जो खनिज संसाधनों के प्रबंधन, खनन और उत्पादन में लगे होते हैं।


    Q. माइनिंग इंजीनियर का काम क्या होता है?

    Ans. माइनिंग इंजीनियर खनिज संसाधनों के खनन, प्रबंधन और उत्पादन के लिए तकनीकी ज्ञान का उपयोग करते हुए काम करते हैं।


    Q. 12th के बाद माइनिंग इंजीनियरिंग कैसे करें?

    Ans. 12वीं के बाद माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देकर इंजीनियरिंग कॉलेज से डिग्री करें।


    Q. माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए योग्यता क्या है?

    Ans. माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए बीटेक में इंजीनियरिंग (मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल/सिविल) या एमटेक की डिग्री होना चाहिए।


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